सिद्धार्थनगर। भारत व नेपाल के अधिकारियों की बैठक बुधवार को एसएसबी कैम्प अलीगढ़वा में हुई। दोनों देश के बीच कोरोना वायरस को रोकने के लिए गहन मंत्रणा की गई। सीमा पर चौकसी बरतने पर भी चर्चा हुई। बार्डर पर चिकित्सकों के साथ टीम को तैनात करने पर सहमति बनी। यह टीम बाहर से आने वालों की गहन जांच-पड़ताल करेगी। खुली सीमा होने के कारण बॉर्डर क्षेत्र अति संवेदनशील माना जा रहा है। इसे लेकर सीमा पर सघन स्वास्थ्य चेकिंग चलाने का निर्णय लिया गया है। आवाजाही पर भी नियंत्रण रखने पर बात हुई है।
आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था पर भी हुई चर्चा
अधिकारियों ने दोनों देशों के बीच आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी चर्चा की। बैठक में जिलाधिकारी दीपक मीणा, पुलिस अधीक्षक विजय ढुल, सीएमओ डॉ. सीमा राय, एसडीएम सदर उमेश चंद्र निगम, सहायक कमांडेंट एसएसबी 43वीं वाहिनी मनोज कुमार के साथ नेपाल के जिलाधिकारी कपिलवस्तु, एसपी, कमांडेंट सशस्त्र पुलिस बल मौजूद रहे।
यहां बरती जा रही विशेष चौकसी
भारत-नेपाल बॉर्डर के ककरहवा, अलीगढ़वा, कोटियाबाजार, बढ़नी आदि स्थानों पर स्वास्थ्य कैंप लगाया गया है। जहां बाहर से आने वालों की स्क्रीनिंग की जा रही है। अब तक चार हजार से ऊपर लोगों की स्क्रीनिंग हुई है।
दोनों देशों के नागरिकों का आवागमन नियंत्रित करने पर सहमति
बैठक में यह भी तय हुआ कि दोनों देशों के चिकित्सकों की टीम सीमा पर तैनात रहेगी और हर आने-जाने वालों की गहन जांच करेगी। भीड़ नियंत्रित करने के लिए सीमावर्ती क्षेत्र में लगने वाली साप्ताहिक बाजारों को बंद रखने पर सहमति बनी। खुली सीमा होने के कारण यह क्षेत्र अतिसंवेदनशील माना जा रहा है। इसलिए आवागमन पर भी नियंत्रण रखने पर विमर्श हुआ। इसके अलावा आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी चर्चा हुई। बैठक में प्रमुख रूप से सिद्धार्थनगर के जिलाधिकारी दीपक मीणा, पुलिस अधीक्षक विजय ढुल, सहायक कमांडेंट एसएसबी मनोज कुमार, सीएमओ डॉ. सीमा राय, नेपाल के कपिलवस्तु जिले के सीडीओ दीर्ध नरायण पौडेल, एसपी दीप यश राणा, जनक पूरी, डीएसपी सुशील शाही ने हिस्सा लिया।
जापान से लौटे इंजीनियर में नहीं मिला कोरोना का संक्रमण
उधर, महराजगंज में कोरोना वायरस की आशंका में जिला अस्पताल में भर्ती जापान से लौटे साफ्टवेयर इंजीनियर की जांच रिपोर्ट बुधवार को आ गई। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) लखनऊ की जांच रिपोर्ट के मुताबिक युवा इंजीनियर कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं है। उनकी जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। रिपोर्ट आने के बाद चिकित्सकों ने उन्हें घर भेज दिया। निचलौल नगर पंचायत के लोहियानगर वार्ड निवासी इंजीनियर को कोरोना की आंशका में 16 मार्च को जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था। चार चिकित्सकों की टीम उनकी निगरानी कर रही थी। सोमवार को इंजीनियर उनके बलगम व खून का नमूना लखनऊ भेजा गया था। बुधवार की सुबह रिपोर्ट आने के बाद चिकित्सकों ने राहत की सांस ली। सीएमएस डा. एके राय ने बताया कि जापान से लौटने के कारण एहतियात के तौर पर इंजीनियर को भर्ती कराया गया था। यहां उनका स्वास्थ्य सामान्य रहा। जांच रिपोर्ट में वायरस के कोई लक्षण नहीं मिले हैं। उन्हें घर भेज दिया गया है। 28 दिनों तक निगरानी के लिए डाक्टरों की टीम लगाई गई है।
सिद्धार्थ विश्वविद्यालय की परीक्षाएं स्थगित
कोरोना को देखते हुए सिद्धार्थ विश्वविद्यालय की संचालित परीक्षा को स्थगित कर दिया गया है। 18 मार्च से दो अप्रैल के बीच होने वाली परीक्षा बाद में आयोजित की जाएगी। उक्त जानकारी कुलसचिव राकेश कुमार ने मंगलवार को दी। उन्होंने बताया कि कुलपति प्रो. सुरेन्द्र दुबे के आदेश पर उक्त परीक्षाएं स्थगित की गई हैं। तीन अप्रैल से होने वाली परीक्षाएं अपने पूर्व निर्धारित तिथि एवं समय पर निर्धारित परीक्षा केन्द्रों पर होगी। स्थगित विषयों की परीक्षा की तिथि बाद में घोषित की जाएगी।