यू.पी. के गोरखपुर में बढ़ाई जाएंगी स्वास्थ्य टीमें

 11 हजार से ज्यादा लोगों को होम क्वारंटाइन की सलाह दी जा चुकी है



गोरखपुर। शहर में बाहर से आए लोगों के स्वास्थ्य की जांच व निगरानी के लिए टीमें बढ़ाई जाएंगी। दो दिन में बड़ी संख्या में लोग शहर पहुंचे हैं। शहर में काम कर रही 23 टीमें उनके स्वास्थ्य जांच व नियमित निगरानी के लिए कम पड़ रही हैं। अब स्वास्थ्य विभाग ने फैसला किया है कि गांवों में काम कर रही 80 टीमों में कुछ को शहर में लगाया जाएगा या सभी टीमों में से एक-एक सदस्य को लेकर नई टीमें बनाई जाएंगी।


अब तक 11 हजार से ज्यादा लोगों को होम क्वारंटाइन


लगभग 11 हजार से ज्यादा लोगों को होम क्वारंटाइन (घर में एकांतवास) की सलाह दी जा चुकी है। इसके अलावा दो दिन में बाहर से आए बड़ी संख्या में लोग गांवों के साथ शहर व आसपास के इलाकों में पहुंचे हैं। इनकी जांच व निगरानी अभी बाकी है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने नए सिरे से तैयारी शुरू कर दी है।


गांवों में बनी निगरानी टीम


गांवों में होम क्वारंटाइन लोगों की निगरानी के लिए टीमें बनाई गई हैं। टीम में ग्राम प्रधान, सेक्रेटरी, कोटेदार, आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शामिल हैं। होम क्वारंटाइन व्यक्ति यदि 14 दिन के अंदर गांव में घूमता दिखा तो टीम के सदस्य उसे तुरंत घर के अंदर करेंगे।


एम्स दिल्ली ने किया कोरोना टीम को प्रशिक्षित


एम्स दिल्ली के डॉक्टरों ने जिला अस्पताल की कोरोना टीम के डॉक्टरों को ऑनलाइन वेंटीलेटर चलाने व इलाज ट्रेनिंग दी। इसके लिए एक कोड आया था जिसके माध्यम से यहां के डॉक्टर मोबाइल पर ऑनलाइन एम्स के डॉक्टरों से जुड़ गए। ट्रेनिंग लेने वालों में डॉ. प्रशांत, डॉ. आरबी यादव व डॉ. महेश चौधरी थे।


स्वास्थ्य विभाग की मदद को आगे आए हिमांशु


तमाम जरूरी सामानों की कमी से जूझ रहे स्वास्थ्य विभाग को बड़ी राहत मिली है। मोगलहा, मेडिकल कॉलेज निवासी हिमांशु माथुर ने मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) डॉ. श्रीकांत तिवारी को गायनी किट सहित कई जरूरी सामान सौंपा। साथ ही आगे भी यथासंभव मदद करने का आश्वासन दिया। सीएमओ ने उनकी पहल की तारीफ की। कोरोना के दौर में स्वास्थ्य विभाग को मदद करने के लिए हिमांशु के मन में ख्याल आया तो उन्होंने पहले सीएमओ से बात कर यह जानने की कोशिश की कि उनके द्वारा दिए गए सामान स्वीकार तो हो जाएंगे। सीएमओ से स्वीकृति मिलने के बाद वह सोमवार को गायनी किट, गाउन, कैप, तौलिया, बेडशीट आदि लेकर सीएमओ कार्यालय पहुंचे। सभी सामान की संख्या 100-100 थी। ये सभी सामान एक बार ही उपयोग में लाए जा सकते हैं।